उत्तर प्रदेश के Bareilly division high alert के हालात इन दिनों बेहद संवेदनशील बने हुए हैं। त्योहारों के मौसम में जब लोग घरों में खुशियाँ मनाने की तैयारी कर रहे थे, तभी अचानक माहौल तनावपूर्ण हो गया। सरकार ने सुरक्षा को लेकर बड़ा कदम उठाते हुए चार जिलों में इंटरनेट सेवाएँ पूरी तरह बंद कर दी हैं। ड्रोन कैमरों से आसमान से निगरानी की जा रही है और सड़कों पर पुलिस, पीएसी और आरएएफ के जवान मुस्तैदी से तैनात हैं।
इंटरनेट बंद और सुरक्षा व्यवस्था कड़ी

गृह विभाग की ओर से जारी आदेश के मुताबिक, 2 अक्टूबर दोपहर 3 बजे से लेकर 4 अक्टूबर दोपहर 3 बजे तक मोबाइल इंटरनेट, ब्रॉडबैंड और एसएमएस सेवाएँ बंद रहेंगी। इस फैसले के पीछे साफ कारण यह है कि सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स जैसे फेसबुक, यूट्यूब और व्हाट्सऐप पर अफवाहें फैलने की आशंका जताई गई है। सरकार का मानना है कि छोटी-सी गलत जानकारी भी इस संवेदनशील समय में बड़े तनाव की वजह बन सकती है।
गृह सचिव गौरव दयाल ने अपने आदेश में कहा कि यह कदम शांति और कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए उठाया गया है। प्रशासन की प्राथमिकता है कि किसी भी तरह का साम्प्रदायिक विवाद या गलतफहमी पनपने से पहले ही उसे नियंत्रित कर लिया जाए।
तनाव की वजह पोस्टर विवाद और विरोध प्रदर्शन
इस पूरे घटनाक्रम की जड़ एक विवादित पोस्टर है। “आई लव मोहम्मद” पोस्टर को लेकर हुए विवाद ने धीरे-धीरे बड़ा रूप ले लिया। मौलाना तौकीर खान ने इसके विरोध में प्रदर्शन बुलाया था, लेकिन अचानक उस प्रदर्शन को रद्द कर दिया गया। इसी फैसले से लोगों में आक्रोश फैल गया और हालात बिगड़ने लगे।
पिछले हफ्ते यानी 26 सितंबर को ही कोतवाली क्षेत्र में जुमे की नमाज के बाद करीब 2,000 लोग मस्जिद के बाहर इकट्ठा हो गए थे। पुलिस और भीड़ के बीच झड़प की स्थिति बन गई और पथराव की घटनाएँ भी सामने आईं। इसके बाद से प्रशासन और भी ज्यादा सतर्क हो गया है।
त्योहारों के बीच सतर्कता
इस पूरे समय पर एक और चुनौती यह है कि दुर्गा पूजा और दशहरा जैसे बड़े त्योहार भी चल रहे हैं। ऐसे वक्त में जरा-सी चूक भी गंभीर नतीजे ला सकती है। यही वजह है कि पूरे Bareilly division high alert के तहत सुरक्षा व्यवस्था को अभूतपूर्व तरीके से मजबूत किया गया है।
गली-गली में पुलिस गश्त कर रही है। शहर के कई हिस्सों में ड्रोन कैमरे लगाए गए हैं, ताकि ऊपर से भीड़ की गतिविधियों पर नज़र रखी जा सके। छोटे कस्बों और संवेदनशील इलाकों में भी अतिरिक्त बल भेजे गए हैं। प्रशासन का मकसद है कि त्योहार शांति और आपसी सौहार्द के साथ गुजरें।
लोगों की दिक्कतें और प्रशासन की अपील
इंटरनेट बंद होने से आम लोगों की दिक्कतें बढ़ गई हैं। पढ़ाई कर रहे छात्र ऑनलाइन क्लासेज़ से वंचित हो गए हैं, कई लोग डिजिटल पेमेंट्स नहीं कर पा रहे, वहीं छोटे व्यापारी भी लेन-देन में परेशानी झेल रहे हैं। लेकिन प्रशासन लगातार अपील कर रहा है कि लोग धैर्य बनाए रखें।
अधिकारी यह संदेश दे रहे हैं कि शांति बनाए रखना हर किसी की जिम्मेदारी है। अगर जनता सहयोग करेगी तो हालात जल्द सामान्य हो जाएंगे और इंटरनेट सेवाएँ भी बहाल कर दी जाएंगी।
आगे की राह

बरेली मंडल में हालात अभी संवेदनशील हैं लेकिन प्रशासन पूरी तरह चौकन्ना है। सुरक्षा बल हर समय मुस्तैदी से तैनात हैं और जिले में आने-जाने वाले हर व्यक्ति पर बारीकी से नजर रखी जा रही है।
सरकार का स्पष्ट संदेश है कि अफवाह फैलाने वालों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। लोगों से बार-बार यह अपील भी की जा रही है कि वे किसी भी तरह की अफवाह पर ध्यान न दें और न ही उसे आगे बढ़ाएँ।
बरेली मंडल में फैली इस हलचल से एक बात साफ हो जाती है कि किसी भी समाज की शांति कितनी नाजुक धागों पर टिकी होती है। पोस्टर जैसे छोटे विवाद भी अगर गलत दिशा पकड़ लें तो बड़े तनाव में बदल सकते हैं। ऐसे में जनता और प्रशासन दोनों को मिलकर संयम और समझदारी दिखाने की जरूरत है।
त्योहारों का असली उद्देश्य एकता, भाईचारा और खुशियाँ फैलाना है। अगर हम सब मिलकर शांति का रास्ता चुनें तो कोई भी विवाद हमारी खुशियों को कम नहीं कर पाएगा।
डिस्क्लेमर: यह लेख समाचार एजेंसियों से प्राप्त जानकारी और उपलब्ध तथ्यों के आधार पर लिखा गया है। इसमें व्यक्त विचार किसी संस्था या सरकार की आधिकारिक राय का प्रतिनिधित्व नहीं करते। पाठकों से अपील है कि वे अफवाहों पर ध्यान न दें और केवल आधिकारिक स्रोतों से प्राप्त जानकारी पर ही भरोसा करें।
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