GST काउंसिल ने तय किया क्या होगा सस्ता और क्या महंगा पनीर, SUV और सिगरेट पर असर

By: Viraj

On: Thursday, September 4, 2025 7:47 PM

GST काउंसिल ने तय किया क्या होगा सस्ता और क्या महंगा पनीर, SUV और सिगरेट पर असर

GST: हर घर की जरूरत और हर व्यक्ति की आर्थिक सोच पर टैक्स की दरों का असर सीधे पड़ता है। इसी को ध्यान में रखते हुए, GST काउंसिल, जिसकी अध्यक्षता वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण कर रही हैं, ने 3 सितंबर 2025 को एक बड़ा GST रेट ओवरहाल किया। इस बदलाव का मकसद है आम आदमी के रोजमर्रा के खर्चों को कम करना और लग्ज़री व “सिन” यानी लत वाली चीजों पर अधिक टैक्स लगाना।

रोजमर्रा की जरूरतें होंगी सस्ती

GST काउंसिल ने तय किया क्या होगा सस्ता और क्या महंगा पनीर, SUV और सिगरेट पर असर

GST काउंसिल ने पनीर, दवाइयों और अन्य जरूरी वस्तुओं पर 0-5% टैक्स की दर तय की है। इसका मतलब है कि अब ये चीजें आम आदमी के लिए अधिक किफायती होंगी। विशेष रूप से पनीर जैसी डेयरी आइटम्स पर टैक्स में कटौती से परिवारों के खाने-पीने के खर्च में राहत मिलेगी।

दवाइयों पर टैक्स कम करना भी एक बड़ा कदम है। स्वास्थ्य की कीमत अब कम होगी और मरीजों को उनके इलाज के लिए ज्यादा भुगतान नहीं करना पड़ेगा। यह बदलाव सीधे तौर पर आम जनता की जेब पर सकारात्मक असर डालता है।

लग्ज़री और सिं आइटम्स पर बढ़ेगा टैक्स

वहीं दूसरी ओर, SUV, महंगी कारें, सिगरेट और शराब जैसी “सिन आइटम्स” पर टैक्स दर 40% तय की गई है। इसका मतलब है कि अब ये महंगे उत्पाद और भी अधिक महंगे हो जाएंगे। GST काउंसिल का मकसद साफ है: आम आदमी की जरूरतों को सस्ता करना और सिर्फ लग्ज़री व आदत-जनित वस्तुओं से अधिक राजस्व जुटाना।

40% स्लैब में आने वाले उत्पादों में महंगी गाड़ियां, उच्च श्रेणी के शराब और सिगरेट शामिल हैं। इस कदम से न केवल सरकार की आय बढ़ेगी, बल्कि यह स्वास्थ्य और जीवनशैली पर भी एक संकेत है।

नया GST स्लैब सिस्टम सरल और समझने में आसान

GST काउंसिल ने पुराने चार-स्तरीय सिस्टम को सरल करते हुए अब इसे दो मुख्य स्लैब्स 5% और 18% में बदल दिया है। इसके साथ ही लग्ज़री और सिं आइटम्स के लिए 40% स्लैब जोड़ा गया। यह बदलाव 22 सितंबर 2025 से लागू होगा।

सरल स्लैब सिस्टम का मतलब है कि अब टैक्स की गणना करना और समझना आसान होगा। दुकानदार और ग्राहक दोनों ही इस बदलाव का लाभ उठा सकते हैं। खासकर छोटे व्यवसायों और रिटेलर्स के लिए यह एक राहत भरा कदम है, क्योंकि उन्हें टैक्स की जटिलताओं से नहीं गुजरना पड़ेगा।

आम आदमी की जेब पर असर

जब पनीर और दवाइयों जैसे जरूरी सामान सस्ते होंगे, तो हर परिवार को अपने रोजमर्रा के खर्चों में राहत मिलेगी। छोटे बच्चों वाले परिवार, बुजुर्ग और मध्यम वर्ग इस बदलाव को सबसे ज्यादा महसूस करेंगे।

वहीं, SUV और महंगी कारों पर बढ़े टैक्स का असर उन लोगों पर पड़ेगा जो लक्ज़री खरीदारी करना चाहते हैं। यह कदम आर्थिक रूप से सोचना और अपने खर्चों में संतुलन लाना सिखाता है।

सरकार का उद्देश्य संतुलित विकास

GST काउंसिल ने तय किया क्या होगा सस्ता और क्या महंगा पनीर, SUV और सिगरेट पर असर

इस बदलाव का लक्ष्य सिर्फ आम आदमी को सस्ते में चीजें देना नहीं है, बल्कि समाज में संतुलित आर्थिक विकास लाना भी है। कम जरूरत की वस्तुएं सस्ती हों और अधिक लग्ज़री और स्वास्थ्य के लिए हानिकारक चीजों पर टैक्स बढ़े, ताकि लोग विवेकपूर्ण खरीदारी करें। GST रेट ओवरहाल से सरकार को भी ज्यादा आय होगी, जिससे विकास कार्यों, स्वास्थ्य और शिक्षा जैसी आवश्यकताओं पर खर्च बढ़ाया जा सकेगा।

GST काउंसिल द्वारा किया गया यह बदलाव आम जनता और लग्ज़री बाजार दोनों पर असर डालने वाला है। जरूरी वस्तुएं अब सस्ती होंगी, जिससे आम आदमी की जेब पर भार कम होगा। वहीं, महंगी कारें, सिगरेट और शराब जैसी वस्तुएं महंगी हो जाएंगी, जो सामाजिक और आर्थिक दोनों दृष्टियों से लाभकारी कदम है। यह बदलाव 22 सितंबर 2025 से लागू होगा और आम जनता, व्यवसायी और सरकार सभी इसके प्रभाव को महसूस करेंगे।

Disclaimer: यह लेख केवल जानकारी के लिए है। इसमें दी गई जानकारी किसी भी प्रकार की वित्तीय सलाह नहीं है। GST या अन्य टैक्स से जुड़े निर्णय लेने से पहले अपने टैक्स सलाहकार या वित्तीय विशेषज्ञ से परामर्श लें।

Also Read

ICAI CA Admit Card 2025: फाउंडेशन परीक्षा 16 से 22 सितंबर तक, अभी करें एडमिट कार्ड डाउनलोड

UPSSSC PET Admit Card 2025: परीक्षा के एडमिट कार्ड जारी, जानिए पूरी डिटेल

WBJEE Result 2025: पहली सीट एलॉटमेंट लिस्ट जारी, देखें कौन-सा कॉलेज मिला आपको

For Feedback - zaidsheeraz707@gmail.com